Dated : 08 February 2018
डॉ ज़ाकिर हुसैन आज़ाद भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे। साल 1948 में जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया। 1956 में राज्यसभा के अध्यक्ष चुने गये । लेकिन एक वर्ष बाद 1957 में बिहार के गवर्नर नियुक्त हुए और उन्होंने राज्यसभा की सदस्या त्याग दी।1962 में वे देश के उपराष्ट्रपति निवाचित हुए। 13 मई 1967 में भारत के तीसरे राष्ट्रपति बने और देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया। वे राष्ट्रपति जैसे उच्च पद तक वे अपनी योग्यता और प्रतिभा से पहुंचे थे। डॉ ज़ाकिर हुसैन भारत में शिक्षा सुधर को लेकर हमेशा तत्पर रहे। अपनी अध्यक्षता में उन्होंने विश्वविद्यायल शिक्षा आयोग को शिक्षा का स्तर बढ़ाने के उदेश्य से गठित किया। उन्होंने दिल्ली के करोल बाघ में एक Secular शिक्षा संस्थान की नीव राखी और 1 मार्च 1935 को दिल्ली के जामिया नगर में स्थापित किया गया। जिसका बाद में नाम जामिया यूनिवर्सिटी पड़ा।साल 1954 में पद्मविभूषण से और साल 1963 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 3 मई 1969 में उनका देहांत होगया। वे पहले राष्ट्रपति थे जिनके कार्यकाल के दौरान उनकी मौत होगई जिसके बाद उन्हें जामिया मिलिया इस्लामिया के परिसर में ही दफनाया गया था। डॉ ज़ाकिर हुसैन को भारतीय राजनिती और शिक्षा के छेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए हमेशा याद किया जायेगा।
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