Dated : 25 December 2017
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा जारी 2017 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता रैंकिंग में 180 देशों में भारत का स्थान 2016 के मुकाबले तीनस्थान स्थान नीचे गिर गया है....... इसमें भारत को 136वां स्थान मिला है..... मुख्यधारा के मीडिया में "सेल्फ -सेंसरशिप" बढ़ने के कारण निराशाजनक प्रदर्शन हुआ.....जो पत्रकारिता के लिए मुश्किल परिस्थिति वाले देशों की श्रेणी है....अफ़ग़ानिस्तान भारत से बेहतर रैंकिंग पर है... आश्चर्य की बात है.... विश्व प्रेस स्वतंत्रता रैंकिंग में 180 देशों में भारत तीन स्थानों पर फिसल गया है ....भारत साल 2017 में 136 वे स्थान पर आगया है.....पिछले साल 2016 में भारत 133 वे नंबर पर था.....भारत में प्रेस की आजादी की बाधाओं का जिक्र करते हुए रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यहां हिंदू राष्ट्रवादियों द्वारा राष्ट्रीय बहसों में दखल देने की कोशिशें और मुख्यधारा के मीडिया में सेल्फ-सेंसरशिप में तेजी आई है..... इसके अलावा कट्टर राष्ट्रवादियों द्वारा पत्रकारों के खिलाफ ऑनलाइन दुष्प्रचार अभियान के मामले और उन्हें शारीरिक नुकसान पहुंचाने की धमकियों भी बढ़ी हैं..... रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि लोकतांत्रिक देशों में सच्चाई से परे भावुक अपीलों, दुष्प्रचार और आजादी के दमन के समय में पहुंच चुके हैं.....लोकतांत्रिक देश सूची में लगातार नीचे खिसक रहे हैं जो अभूतपूर्व है......लेकिन उनमें इस गिरावट को रोकने की कोई कोशिश नहीं दिखाई देती......विश्व प्रेस स्वतंत्रता रैंकिंग में अफ़ग़ानिस्तान भारत से आगे है...रैंकिंग में अफ़ग़ानिस्तान 120 वे स्थान पर है......अगर भारत के पडोसी देशो की बात करे तो भूटान और नेपाल 84 वें और 100 वां स्थान पर हैं....वही पाकिस्तान 139 वे और श्रीलंका 141वे स्थान पर है.... प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में नॉर्वे पहले और उत्तर कोरिया आखिरी स्थान पर है.....
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